💐🙏🏻 दीपक 🙏🏻💐
हम जला दें सब दिल में दीपक,
आ गया अंधेरा मिटाने दीपक,
गरीबी का मंजर कुछ तो समझो,
तम में आशा जलाएगा दीपक ||
नेह का दीपक जला दिया है,
बीते सबका मधुर सफर,
सब जन पर विश्वास जगे,
मिले रोशनी चले बसर ||
अंधेरे को हरदम मिटाएगा दीपक,
मन्दिर में ज्योति जलाएगा दीपक,
जन्म और मरण में दीपक है साक्षी,
जग पथ पर राह दिखाएगा दीपक ||
अपनी ही बाती को जलाता है दीपक,
खुद जलकर रोशनी फैलाता है दीपक,
ऐसा न सोचना कि अंधकार ही मिलेगा,
सदा प्रकाश से उम्मीद जगाता है दीपक ||
✍डाॅ• राहुल शुक्ल साहिल 🙏🏻
दीपक की संधि
ReplyDeleteदीपक की सन्धि विच्छेद
DeleteDeep+aak
Delete