क से कामिनी ख से खुशबू ग से गीता, गीता देखे घड़ी- घड़ी| च से चमेली छ से छम- छम ज से जानकी झ से झांक रही| ट से टिम-टिम तारे चमके, ठ से ठुमकती कामिनी, ड से देखो डोल रहा है मन का पंछी, ढम ढम ढम त से तबला की तालों पर थ थिरक रही है दामिनी, द से देखो दामिनी ध से धक-धक दिल कहता है, हा कह दूँ या न से ना| असमंजस में फँसे है भइया, प से प्यार का फ से फल पाऊँ ब से बात है बड़ी निराली भ से भावना, दिल की भावना म से निकली मधुर- मधुर य से यामिनी बीत गयी र से रोया दिल उनका, ल से लड्डू फूट गया व से वायु विपरीत हुई स से सरस जी, नींद से जागे सपना देखो टूट गया, भावों की देखो हानि हुई, दिल टूटन की कोई आवाज नही, मेरे सिर पर कोई ताज नही| स से साहित्य है सबसे प्यारा मन को खुश कर देता है, जय-जय हिन्दी है सबसे प्यारा जीवन सुखमय कर देता है | चलो सब मिलकर कर गाएँ, प्रीत का गीत सुनाएं| चलो सब मिलकर कर गाएँ, जीत का गीत सुनाएं| ©️ साहिल
जितना भी चाहता हूं, सब मिल ही जाता है, अब दुख किस बात का ॽ