योग क्या है ?
योग शब्द की उत्पत्ति संस्कृत शब्द युज से है जिसका अर्थ है जुड़ना, एकजुट करना या एकीकृत करना| समस्त इन्द्रियों की स्थिर अवस्था ही योग है| व्यावहारिक स्तर पर, योग शरीर, मन और भावनाओं को संतुलित करने और सामन्जस्य बनाए रखने का साधन है| यह योग या स्वास्थ्य एकजुटता आसन, प्राणायाम, मुद्रा, बँध, षट्कर्म और ध्यान के अभ्यास से प्राप्त होती है| योग की उत्पत्ति मानव सभ्यता की उत्पत्ति (लगभग 5 हजार वर्ष) के पूर्व से ही मानी जाती है| योग का आदि गुरु भगवान शिव को माना जाता है|
योग के माध्यम से सर्वांगीण विकास का भावार्थ शारीरिक, मानसिक, नैतिक, आध्यात्मिक व सामाजिक विकास से है|
योगा क्यों करें ?
1) एकाग्रता शान्ति और आत्मिक सन्तुष्टि और सामाजिक विकास के लिए
2) बैठने या चलने का तरीका (Posture) सही रखना और शारीरिक संगठन को बनाए रखने के लिए
3) रोगमुक्त शरीर बनाए रखने के लिए एवं आयु से कम दिखने के लिए
4) सुखी एवं आंतरिक शान्ति से मन को प्रसन्न बनाए रखनेके लिए
5) शरीर प्रतिरक्षण तंत्र को उच्च कोटि का बनाए रखने के लिए
6) मानसिक तनाव, नशे एवं अवसाद जैसी स्थिति से बचे रहने के लिए
7) बच्चों एवं युवाओं के शारीरिक मानसिक और समग्र विकास के लिए
योग के लाभ ~
शारीरिक और मानसिक उपचार योग के सबसे अधिक ज्ञात लाभों में से एक है| यह इतना शक्तिशाली और प्रभावी इसलिए है क्योंकि यह सद्भाव और एकीकरण के सिद्धांतों पर काम करता है|
आज की भागदौड़ भरी, प्रदूषण युक्त, रोगों और परेशानियों के भण्डार से भरी जिन्दगी में मुख्य रूप से जिन परेशानियों में योग से बहुत ही आश्चर्यजनक लाभ मिलता है वो निम्नलिखित है ~
• मोटापा को सबसे जल्दी कम करने में सहायक
• अस्थमा
• रक्तचाप (बी•पी•)
• मधुमेह (डॉयबिटिज)
• गठिया
• पाचन विकार
• नशे एवं ध्रूमपान की आदत
• स्त्रियों की मासिक सम्बन्धी परेशानियां
• बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में कमी
• लीवर सम्बन्धी बीमारियां
• हृदय रोग
©️ डॉ• राहुल शुक्ल साहिल
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