अभिलाषा
सहज सार्थक सुगढ़ कर्म,
उम्मीद जगाती अभिलाषा,
मन के विचार ही सुंदर तो,
फैले जीवन में मधु भाषा |
अभिलाषा ही जीवन में,
पूरी करती हर आशा,
सकल विचारों के साथ,
सुख पूर्ण हो जिज्ञासा |
फैला जीवन में आडम्बर,
शर्मसार धरती अम्बर,
छोड़ निराशा दुख भुलाओ,
अभिलाषा से सुख ही लाओ|
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© डाॅ• राहुल शुक्ल साहिल
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