बाबा (साहिल)

👺☠ बाबा 👺☠

आ जा बाबा गड़बड़ बाबा,
रोज बुलाते  गड़बड़ बाबा,
चार नारियल काला कपड़ा,
सब दुख  दूर करेगा बाबा |

बाबा की है यही कहानी,
पढ़ के मन्तर बने हैं ज्ञानी, 
झूठ और पाखण्ड पुजारी,
बाबा बेचैं राख  व पानी|

काम लोभ  माया में नाचै,
इनके गुण को जनता जाँचै,
बाबा  आडम्बर दिखलाते,
झूठे  मंत्र पाठ  सब बाचैं|

गड़बड़ बाबा रोज बुलाते,
मेवा फल व मिठाई खाते,
पहले अपना करे उद्धार,
फिर हमको भी सिखलाते|

आ जा बाबा गड़बड़ बाबा,
रोज बुलाते  गड़बड़ बाबा,
दूर भगाओ इनको जल्दी,
ये समाज के साँप है बाबा||

© डाॅ• राहुल शुक्ल साहिल

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