सभी साथियों को प्यार भरा अभिवादन🙏🏻
27/08/2017
साहिल साथी सरल जी,
सिद्धि सरस विशेष।
दीप्त इन्दु उर दीप हैं,
प्रिय जिद्दी यश भेष।।
भाव भावना में निपुण,
दिखते सदा प्रवीन।
विनय विनायक की करे,
रामकृष्ण लवलीन।।
ज्योति आप जनचेतना,
चमके बन कर दीप।
भक्ति भगत दिख रही,
इसके बहुत समीप।।
🌹आस🌹
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