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वर्ष छन्द (सरस जी)

      ♤वर्ष छंद♤ 
विधान~ [मगण तगण जगण ]
(222    221  121)
[9 वर्ण,4 चरण, दो-दो चरण समतुकांत]

तेरा  मेरा  भारत देश|
आजादी का परिवेश||
साथी कोई छूट न जाय|
आओ गाएँ गीत सजाय||

वो  भाई  थे वीर  शहीद |
राणा जी आजाद हमीद||
छीनोगे जो आ अधिकार |
बोलेगी पीड़ा सिसकार||

है  तानाशाही  सरकार |
रोजी-रोटी चीख-पुकार||
तानाशाही  है  जब  शेष|
होगा जोशीला  परिवेश||

✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻✍🏻
दिलीप कुमार पाठक "सरस"

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