साहिल 🏄♀
रूठ जाती है दुनिया हमसे कभी,
नैन मिलते नही बढ़ती मदहोशियाँ
बेरुखी उनकी जैसे हो सागर कोई,
जा के साहिल पे मिटती है बेचैनियाँ।
उनकी यादें मिटाने लहर पे गया,
खो गया जाके भँवरों में, मैं फँस गया,
आँख खोली तो देखा मैं सफ़रगार था,
मेरी यादों में अब साहिल बस गया।
मैं भी हैरान हूँ देख जुल़्मोंसितम,
कैसे इंसा ही इंसा पे करें है सितम,
गम़ के सागर का सफ़र है जिन्द़गी,
पी गया सारे साहिल कैसे सितम।
🚣 साहिल 🌹🥀🌷🌸🌻🌺💐
🌺🥀🌷💐🌻🌸🌺
सव़ालेसाहिल ~
साहिल यूँ ही सोचता है ,
कौन ज़्यादा मजबूर है ?
ये किनारा, जो चल नहीं सकता,
या वो लहर, जो ठहर नहीं सकती !!
या वो सागर जो सबको अपने पास बुला नहीं सकता।
या वो गहराई जो सब कुछ दिखा नहीं सकती है ?
सुकूनेसाहिल ~
साहिल तो साहिल ही रहेगा,
सागर की लहरें बदलेगीं,
साहिल का हाथ जीवन भर का साथ
प्रेम की डोर, उम्मीद की भोर।
नदियों की मझधार
और मन से जन को प्यार
स्नेह भाव की बातों से मिल जाए रसधार,
प्रेम जगा लो हर दिल में जीवन बनें सुखसार।
सागर की लहरें ही संघर्ष सिखाती है,
थकी हुई नजरें भी साहिल पर आती है।
रूठे दिल का सुकून है साहिल,
प्यासें दिल का सुकून है साहिल,
दिल़ों की जीत का सुकून है साहिल,
मीत से प्रीत का सुकून है साहिल,
🌹साहिल🌹
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