सच ही जीवन सार है,सत्य सदा हो साथ।
गुरुवर की छाया मिलें,जग यश गुरु का हाथ।।
सिखा दो नेह की गजलें, अभी बेकार बैठे है।
जरा हम भी वफा पातें यहीं बेजार बैठे हैं।
आस की आशा सदा,
जनचेतना जगायेगी,
नेह के नूतन नमन से,
सद्भावना सज जायेगी।
साहिल
सागर की गहराई,
जिनको न भाती है,
प्रेम की रुस्वाई,
समझ न आती है,
दिल की हलचल तो
सागर की लहरों में,
खो जाती है।
चैन सुकून मन का पाने
लोग साहिल पर जाते हैं।
🙏🏻साहिल🌺
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