पति / पत्नी
रोज रोज की लड़ाई,
अच्छी लगने लगी,
दाल में पड़ी खटाई,
अच्छी लगने लगी।
दुकान की भी मिठाई,
अच्छी लगने लगी,
बिस्तर न रहे तो चटाई,
अच्छी लगने लगी।
हुई जबसे शादी पिटाई,
अच्छी लगने लगी,
शत्रु से भी अब मिताई,
अच्छी लगने लगी।
खेत की भी जुताई,
अच्छी लगने लगी,
घर की अब तो पुताई,
अच्छी लगने लगी।
देश में अब महँगाई,
अच्छी लगने लगी,
ईश्क में रूसवाई,
अच्छी लगने लगी।
औरों के शादी की मिठाई,
अच्छी लगने लगी,
निराशा में पड़ोसी की लुगाई,
अच्छी लगने लगी।
रिश्तों में अब कड़वाई,
अच्छी लगने लगी,
प्रेमिका की अब जुदाई,
अच्छी लगने लगी।
डाॅ• राहुल शुक्ल साहिल
Comments
Post a Comment