💐🌹🌹🕉 अभिव्यक्ति
🌹💐🌹
मुँह से निकले पहले बोल, जिव्हा से निकले पहले बोल, भाषा होती है, मन से निकले बोल प्रेम की भाषा होती है।
हृदय से निकले उद्गार नेह की भाषा होती है, भाषा से निकले जो बोल समझ में आते हैं, वो सुन्दर सकल स्नेह की अभिव्यक्ति होती है।
हृदय के सकारात्मक भाव, मन के अंतस पटल सद् भाव, बोलने की लिखने की प्रदर्शित करने की, जताने की, बताने की, मन को प्रफुल्लित खुश कर जाने की लेखनी को बोली को अभिव्यक्ति कहते हैं।
डाॅ• राहुल शुक्ल साहिल
Comments
Post a Comment