Skip to main content

सीमा / सरहद

    सीमा🙏🏻🌹

देश का कर रहे, हम सदा गुणगान हैं,
आदमी की आदमी से, हो रही पहचान है,
किसानों से ही देश की, प्रगति है उत्थान है,
सीमा पर लड़ रहे, देश के जवान है।

देश की सीमा सुरक्षा, राष्ट्र हित शान है,
दुश्मनों से हमें बचाते, सैनिक वो महान है।
भाईचारा मातृभाषा, समाज का गुणगान है,
आचरण की मधुरता, मनुष्य का सम्मान है।

चरित्र कौशल व प्रखरता, जीवन में जहान है,
बढ़ रहे  व्यभिचार से, क्यों मनुज अनजान है,
मर रहें देश हित, सीमा  पर जवान है,
लड़ रहे आपस में देखो, कैसे वो इन्सान है। 

✍  डाॅ• राहुल शुक्ल साहिल

Comments

Popular posts from this blog

वर्णों के 8 उच्चारण स्थान

कुल उच्चारण स्थान ~ ८ (आठ) हैं ~ १. कण्ठ~ गले पर सामने की ओर उभरा हुआ भाग (मणि)  २. तालु~ जीभ के ठीक ऊपर वाला गहरा भाग ३. मूर्धा~ तालु के ऊपरी भाग से लेकर ऊपर के दाँतों तक ४. दन्त~ ये जानते ही ...

वर्णमाला

[18/04 1:52 PM] Rahul Shukla: [20/03 23:13] अंजलि शीलू: स्वर का नवा व अंतिम भेद १. *संवृत्त* - मुँह का कम खुलना। उदाहरण -   इ, ई, उ, ऊ, ऋ २. *अर्ध संवृत*- कम मुँह खुलने पर निकलने वाले स्वर। उदाहरण - ए, ओ ३. *विवृत्त* - मुँह गुफा जैस...

व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द के प्रकार

व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द व्युत्पत्ति का अर्थ है ~ विशेष प्रयास व प्रयोजन द्वारा शब्द को जन्म देना| यह दो प्रकार से होता है~ १. अतर्क के शब्द (जिनकी बनावट व अर्थ धारण का कारण ...