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लोकगीत

प्यार होता  नही   है  सरल  जानिए।
एक  तूफान  हर  एक पल  जानिए।।
प्यार के  दुश्मनों  से  भरा   है  जहाँ।
प्यारको सोम फिरभी ग़ज़ल मानिए।।

शैलेन्द्र खरे सोम

: प्यार होता  नही   है  सरल  जानिए।
एक  तूफान  हर  एक पल  जानिए।।
प्यार के  दुश्मनों  से  भरा   है  जहाँ।
प्यारको सोम फिरभी ग़ज़ल मानिए।।

      शैलेन्द्र खरे सोम

          लोकगीत

इंजन आयल के बिना,
                        नम्बर डायल के बिना...
जो जीवन है अधूरो,मोबाइल के बिना ।
                     1-
चाल चटक बिन,पम्प सटक बिन,
                           साईकिल हवा बिना।
कढी  हींग  बिन,बैल  सींग  बिन,
                            चूल्हो   तबा  बिना।।
आँफिस फाइल के बिना...नंबर डायल..
                     2-
पशु पूँछ बिन, मर्द मूँछ बिन,
                               नारी लाज बिना।
दवा दर्द बिन,सभा मर्द बिन,
                          खुजली खाज बिना।।
घुघँरू पायल के बिना...  नंबर डायल..
                    3-
गाँव ताल बिन,तुबक नाल बिन,
                              चश्मा लेंस बिना।
नाक नोक बिन,दाल छौक बिन,
                            सिम बैलेंस बिना।।
चौका टाइल के बिना...  नंबर डायल..
                   4-
स्वागत चाय बिन,हलो हाय बिन,
                             मेसेज सेन्ट बिना।
ब्याह गीत बिन,खुशी मीत बिन,
                          पोस्ट कमेंट बिना।।
शैलेन्द्र स्टाइल के बिना,
                        नंबर डायल के बिना...
जो जीवन है अधूरो मोबाइल बिना...
        लोकगीत

इंजन आयल के बिना,
                        नम्बर डायल के बिना...
जो जीवन है अधूरो,मोबाइल के बिना ।
                     1-
चाल चटक बिन,पम्प सटक बिन,
                           साईकिल हवा बिना।
कढी  हींग  बिन,बैल  सींग  बिन,
                            चूल्हो   तबा  बिना।।
आँफिस फाइल के बिना...नंबर डायल..
                     2-
पशु पूँछ बिन, मर्द मूँछ बिन,
                               नारी लाज बिना।
दवा दर्द बिन,सभा मर्द बिन,
                          खुजली खाज बिना।।
घुघँरू पायल के बिना...  नंबर डायल..
                    3-
गाँव ताल बिन,तुबक नाल बिन,
                              चश्मा लेंस बिना।
नाक नोक बिन,दाल छौक बिन,
                            सिम बैलेंस बिना।।
चौका टाइल के बिना...  नंबर डायल..
                   4-
स्वागत चाय बिन,हलो हाय बिन,
                             मेसेज सेन्ट बिना।
ब्याह गीत बिन,खुशी मीत बिन,
                          पोस्ट कमेंट बिना।।
शैलेन्द्र स्टाइल के बिना,
                        नंबर डायल के बिना...
जो जीवन है अधूरो मोबाइल बिना...

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वर्णों के 8 उच्चारण स्थान

कुल उच्चारण स्थान ~ ८ (आठ) हैं ~ १. कण्ठ~ गले पर सामने की ओर उभरा हुआ भाग (मणि)  २. तालु~ जीभ के ठीक ऊपर वाला गहरा भाग ३. मूर्धा~ तालु के ऊपरी भाग से लेकर ऊपर के दाँतों तक ४. दन्त~ ये जानते ही है ५. ओष्ठ~ ये जानते ही हैं   ६. कंठतालु~ कंठ व तालु एक साथ ७. कंठौष्ठ~ कंठ व ओष्ठ ८. दन्तौष्ठ ~ दाँत व ओष्ठ अब क्रमश: ~ १. कंठ ~ अ-आ, क वर्ग (क, ख, ग, घ, ङ), अ: (विसर्ग) , ह = कुल ९ (नौ) वर्ण कंठ से बोले जाते हैं | २. तालु ~ इ-ई, च वर्ग (च, छ, ज, झ, ञ) य, श = ९ (नौ) वर्ण ३. मूर्धा ~ ऋ, ट वर्ग (ट, ठ, ड, ढ, ण), र , ष =८ (आठ) वर्ण ४. दन्त ~ त वर्ग (त, थ, द, ध, न) ल, स = ७ (सात) वर्ण ५. ओष्ठ ~ उ-ऊ, प वर्ग (प, फ, ब, भ, म)  =७ (सात) वर्ण ६. कंठतालु ~ ए-ऐ = २ (दो) वर्ण ७. कंठौष्ठ ~ ओ-औ = २ (दो) वर्ण ८. दंतौष्ठ ~ व = १ (एक) वर्ण इस प्रकार ये (४५) पैंतालीस वर्ण हुए ~ कंठ -९+ तालु-९+मूर्धा-८, दन्त-७+ओष्ठ-७+ कंठतालु-२+कंठौष्ठ-२+दंतौष्ठ-१= ४५ (पैंतालीस) और सभी वर्गों (क, च, ट, त, प की लाईन) के पंचम वर्ण तो ऊपर की गणना में आ गए और *ये ही पंचम हल् (आधे) होने पर👇* नासिका\अनुस्वार वर्ण ~

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