Skip to main content

सवेरा और अहसास

    🌷 सवेरा 🌷

रोज सवेरा आता है,
नव आशायें लाता है।
सूरज की नव किरणों से,
मन रोशन हो जाता है।

गंगा की पावन धारा,
तन को  मधुर बनाती है।
नूतन प्रकाश की आभा,
दिल में लहर उठाती है।

फूलों पर भौरा गुंजन,
सुर संचार कराता है।
गीत सृजन का गाने से,
वन उपवन बन जाता है

पंछी के कोलाहल से,
दिल झंकृत हो जाता है।
उम्मीदों का एक दीपक,
रोज प्रभात जलाता है।

रोज सवेरा आता है,
नव आशायें लाता है।
मीत मिलन के रागों से,
जीवन सुर बन जाता है। 

✍  डाॅ• राहुल शुक्ल साहिल

         🌺🌹  अहसास🌹🌺

प्यार दो दिल केहसास, का गीत है,
प्यार चाहत का सच्चा, मनमीत है,
जिसको चहो वही, मिल जाये अगर,
प्यार का अहसास ही, मधुर संगीत है।

उनके अहसास से दिल, हुआ है मुदा,
उनको होने न दूँगा, मैं खुद से जुदा,
ईश्क की बस तमन्ना है, एहसास है,
प्यार की आस से मन, हुआ है खुदा।

प्यार में मिलन भी, एक अहसास है,
प्यार में जतन भी, एक अहसास है,
इस खुद़ा की नियाम़त, पे चलते रहे,
खूबसूरत चमन भी, एक अहसास है।

टूटे दिल को मिलाना भी, अहसास है,
तन मन को मिलाना भी, अहसास है,
रुक सी जाती है, याद में ज़िन्दगी,
यादों को मिटाना भी, अहसास है।

डाॅ• राहुल शुक्ल साहिल

Comments

Popular posts from this blog

वर्णों के 8 उच्चारण स्थान

कुल उच्चारण स्थान ~ ८ (आठ) हैं ~ १. कण्ठ~ गले पर सामने की ओर उभरा हुआ भाग (मणि)  २. तालु~ जीभ के ठीक ऊपर वाला गहरा भाग ३. मूर्धा~ तालु के ऊपरी भाग से लेकर ऊपर के दाँतों तक ४. दन्त~ ये जानते ही ...

वर्णमाला

[18/04 1:52 PM] Rahul Shukla: [20/03 23:13] अंजलि शीलू: स्वर का नवा व अंतिम भेद १. *संवृत्त* - मुँह का कम खुलना। उदाहरण -   इ, ई, उ, ऊ, ऋ २. *अर्ध संवृत*- कम मुँह खुलने पर निकलने वाले स्वर। उदाहरण - ए, ओ ३. *विवृत्त* - मुँह गुफा जैस...

व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द के प्रकार

व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द व्युत्पत्ति का अर्थ है ~ विशेष प्रयास व प्रयोजन द्वारा शब्द को जन्म देना| यह दो प्रकार से होता है~ १. अतर्क के शब्द (जिनकी बनावट व अर्थ धारण का कारण ...