♦ हलमुखी छन्द♦
(रगण+नगण+सगण, ९ वर्ण, ४ चरण, दो-दो चरण समतुकान्त)
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गेह आप सच कहिये |
जानि साँच पग रहिये ||
साथ जानि गुरु बढ़िये |
बात ज्ञात मग बढ़िये ||
आजु कौन हम कहऊँ |
बात आप सब गहऊँ ||
काम नाम बस जपना |
दास राम रट रखना ||
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©भगत
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