विधा ◆धार छंद◆
शिल्प~
[मगण लघु]
(222 1)
4 वर्ण प्रति चरण,
4 चरण,2-2 चरण स्मतुकांत।
होली खेल ।
जोड़ो मेल।।
खाओ भेल।
प्यारी बेल।।
भाते नैन।
पाते चैन।।
गायें गीत।
पायें मीत।।
मेरा प्यार।
गंगा धार।।
चाहूँ रोज।
पाऊँ ओज।।
डालों रंग।
बोलो संग।।
लाओ नेम।
बाँटो प्रेम।।
डाॅ• राहुल शुक्ल साहिल
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