इन्दवज्रा छंद शिल्प~समवर्ण, चार चरण प्रत्येक चरण में दो तगण एक जगण और अन्त में दो गुरु /११ वर्ण उदाहरण: - S S I S S I I S I S S तू चाह मेरी बन जा सहारा| तेरे बिना है मन बेसहारा|| आओ बन...
जितना भी चाहता हूं, सब मिल ही जाता है, अब दुख किस बात का ॽ