स्त्री की शक्ति
पर एक गीत प्रस्तुत है
💐💐💐💐💐💐
👩🏻👩🏻👩🏻👩🏻👩🏻👩🏻
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
नारी शक्ति बडी धरती पर सबको आज दिखायेंगे
नारी के जीवन में आती मुश्किल दूर भगायेंगे
...................................
दिया जन्म हम सबको जिसने कैसे उसको विसरायेंगे
नारी नाम है ममता का दुनिया को ये बतलायेंगे
...................................
घर में जन्में जब लड़की तो हम सब क्यों घवराते हैं
लड़का होने पर मिलजुल कर खुशियां खूब मनाते हैं
...................................
घर के कामों में मम्मी का लड़की हाथ वटाती है
पापा काम से वापस आये पानी वही पिलाती है
...................................
ऐसी छोटी विटिया का आओ मिलकर सम्मान करें
पढ़ा लिखाकर इस जग में जीवन उसका साकार करें
...................................
नारी शक्ति है रूप अनूपम ये दुर्गा ये काली है
भारत शान पे आंच जो आये बनती झांसी वाली है
...................................
पुरूष अगर है सत्यवान सावित्री जैसी नारी है
पति की जान बचाने को यमराज से भी लड़ जाती है
...................................
जल थल और नभ की सेना में भारत की शान बढ़ाती है
चाहे जान भले ही जाये पीछे न कदम हटाती है
...................................
भारत की इस राजनीत में नारी ने नाम कमाया है
इन्दिरा गाँधी, प्रतिभा पाटिल ने भारत मान बढ़ाया है
...................................
ऐसी शक्ति अनूठी इसकी हम सब शीश नवायेंगे
नारी गर्व है इस भारत का हम इस पर इतरायेंगे
...................................
नारी शक्ति बड़ी धरती पर सबको आज दिखायेंगे
नारी के जीवन में आती मुश्किल दूर भगायेंगे
..................................
🖌🖌🖌🖌🖌🖌
अरविन्द दुबे "साहस"
बीसलपुर उ. प्र.
12/10/17
कुल उच्चारण स्थान ~ ८ (आठ) हैं ~ १. कण्ठ~ गले पर सामने की ओर उभरा हुआ भाग (मणि) २. तालु~ जीभ के ठीक ऊपर वाला गहरा भाग ३. मूर्धा~ तालु के ऊपरी भाग से लेकर ऊपर के दाँतों तक ४. दन्त~ ये जानते ही ...
Comments
Post a Comment