07 अक्टूबर 2017 जीवनसंगिनी का जन्मदिवस


रातों में झंझावातों में,
प्रेम प्यार की बातों में,
खट्टे-रिश्तों नातों में,
मधुर स्नेह की बातों में,
मन पर लगती घातों में,
सुख की अणु सौगातों में,
मैं तुमको तो कुछ दे न सका,
बस दुआ यही मैं करता हूँ,
आने वाला कल शुभकर हो,
सुबह की लाली हितकर हो,
प्रेम सदा ही मधुकर हो,
जीवन हर-पल सुखकर हो|

हर जन्मदिवस पर कहता हूँ,
जीवन के सुख-दुख सहता हूँ,
धन-दौलत है झण भर का सुख,
मन से मन का रस ठहता हूँ|

तुम बिन काया का मोल नही,
प्रीत बिना कोई बोल नही,
प्रेम से बनता जीवन सुखमय,
साहिल सागर का तोल नही|

     🌹साहिल❤🙏

ओम  परम सत्य  है,
ओम ओज चहूँ ओर,
ओमकार की गूँज से,
उर्जित जग जन छोर|

नमन भानु का कीजिए, कोटि कोटि जयकार|
सविता के ही ओज से, जीव मनुज सहकार||

            🙏साहिल🌹

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