मित्रों,
प्रयोग के आधार पर क्रिया के छह (६) भेद होते हैं ~
१. द्विकर्मक क्रिया
२. प्रेरणार्थक क्रिया
३. पूर्वकालिक-परकालिक क्रिया
४. सहायक क्रिया
५. संयुक्त क्रिया
६.,अपूर्ण क्रिया
१.द्विकर्मक क्रिया ~ जहाँ वाक्य में दो कर्म हों या जहाँ क्रिया का प्रभाव कर्त्ता से पहले दो जगह पर पड़ता हो , उसे द्विकर्मक क्रिया कहते हैं |
द्विकर्मक क्रिया = दो कर्म
१. पहला कर्म = जहाँ से क्रिया शुरू हो
२. दूसरा कर्म = जहाँ क्रिया समाप्त हो
जैसे~
मोहन ने सोहन को पुस्तक दी |
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कर्त्ता कर्म कर्म क्रिया
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दूसरा पहला
पुस्तक - पहला कर्म , क्योंकि 'देने की क्रिया' मोहन द्वारा 'पुस्तक' से शुरू हुई |
और
सोहन - दूसरा कर्म , क्योंकि 'सोहन' के मिलते ही 'देने की क्रिया' समाप्त हो गई |
🙏 जय-जय
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