🌺 रुचि छंद 🌺
विधान~ [ तगण भगण सगण जगण गुरु ]
(221 211 112 121 2)
13 वर्ण, 4 चरण, (यति 4-9)
[दो-दो चरण समतुकांत]
है छन्द की, गुन महिमा बड़ी यहाँ|
है ज्ञान की, अनुपम सी कड़ी यहाँ||
मानो यही, गुरुवर हैं बड़े यहाँ|
पाने कृपा , प्रियवर भी खड़े यहाँ||
© डॉ० राहुल शुक्ल 'साहिल'
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