⭐ मद ⭐
मद लोभ दम्भ दुर्भाव द्वेष,
अन्याय दोष को दूर करें|
जीवन में कौशल प्रतिभा से,
जन सेवा का आरम्भ करें||
मद झूठ और कुविचारों का,
चुन चुन कर बहिष्कार करो|
मन मन्दिर के हृदयालय में,
प्रभु महिमा का सार भरो||
© साहिल
जितना भी चाहता हूं, सब मिल ही जाता है, अब दुख किस बात का ॽ
⭐ मद ⭐
मद लोभ दम्भ दुर्भाव द्वेष,
अन्याय दोष को दूर करें|
जीवन में कौशल प्रतिभा से,
जन सेवा का आरम्भ करें||
मद झूठ और कुविचारों का,
चुन चुन कर बहिष्कार करो|
मन मन्दिर के हृदयालय में,
प्रभु महिमा का सार भरो||
© साहिल
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