विसर्ग संधि
छठवाँ नियम ~ ~
सूत्र है ~
विसर्ग बाद में च\छ हो तो, विसर्ग स्वयं आधा श् शिव हो |
यानि~ : + च\छ= : का आधा श् शिव वाला
{ध्यान रहे कि : से पूर्व कोई न कोई स्वर अवश्य होगा | यहाँ नहीं बताया गया तो इसका अर्थ है कि कोई भी स्वर हो सकता है |}
उदाहरण ~
१. नि:+चय
|
श्
निश्चय
२. नि:+छल
|
श्
निश्छल
उदाहरण ~ विसर्ग संधि नियम -6
संधि -पद निर्माण करें~
१. मन:+ चिकित्सा = मनश्चिकित्सा
२. अन्त: + चेतना = अंतश्चेतना
विच्छेद करें~~~
१. निश्चय = निः + चय
२. पुनश्चरण = पुनः + चरण
अन्य उदाहरण ~
१. दु:+छात्र = दुश्छात्र
२. एक:+छत्र = एकश्छत्र
विसर्ग संधि ~
साँतवा नियम ~
विसर्ग बाद में त\थ हो तो, विसर्ग स्वयं आधा स् सच हो |
यानि~ : + त\थ= : का स् सच वाला
जैसे~
वि: + तार
|
स्
विस्तार
विसर्ग संधि
यानि --
: + त/थ = : का आधा स संजीत वाला
दु: + तर = दुस्तर
|
|
स्
तो ये रहे सवाल ~
१. वि: + थापन = विस्थापन
२. दु: + थकार = दुस्थकार
३. विस्थापित = विः + थापित
४. दुस्तारक = दुः+ तारक
🙏 जय-जय
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