आ• छाया सक्सेना प्रभु दीदी,
आप को हृदयतल से हार्दिक बधाई, सर्वदा सहज, सरल, सार्थक एवं विनम्र भावों से पिरोये गये आपके शब्द शानदार अद्वितीय सृजन का निर्माण करते हैं,सभी विधाओ में आप की बहुत अच्छी पकड़ है। आप बहुमुखी प्रतिभा की धनी हैं। आपके साम्यवादी एवं सामनजस्यपूर्ण दृष्टिकोण से सम्पूर्ण साहित्य संगम परिवार प्रभावित है। आपका व्यक्तित्व अन्य सभी महिलाओं के लिए सकल प्रेरणा स्रोत है। आपकी रचनायें हमेशा आध्यात्मिक ओज लिये होती है, जिससे आपके आत्मिक, आध्यात्मिक एवं सामाजिक ज्ञान का परिचय मिलता है। सभी जगह आपकी उपस्थित से स्नेह व सक्रियता की छाया का अहसास होता है। ईश्वर अनुदान आप पर सदा बरसते रहने की अनुकम्पा के साथ - साथ आपके हमेशा सुखमय जीवन की कामना के साथ आपका अकिंचन अनुज।
🙏🏻 डाॅ• राहुल शुक्ल साहिल
साहित्यमेध की सारी रचनाएँ साहित्य संगम की ही देन हैं, आप सबके स्नेह से ही प्रोत्साहन मिलता है, और सृजन करने की प्रेरणा।
आप ऐसा बिलकुल न सोचे कि कल बधाई नहीं दे पाये, यहाँ सभी एक दूसरे के स्नेह से भली भांति परिचित हैं, कभी किसी बात पे मतभेद हो वो अलग बात है ।
आप की व कांति बहन की बधाई मैंने स्वीकार की ।
आपको हार्दिक धन्यवाद ।
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