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घनाक्षरी (इन्दु शर्मा दीदी)

🌷सुप्रभात🌷
                 जय श्री कृष्ण

भोर हो या शाँम  प्रभु,
     हर  पल   नाम  जपू ,
         चरणों   में  पड़ी  तेरे,
                 मुझे   अपनाइये।।  

हृदय में ध्यान तेरा,
    रसना  पे नाम  तेरा,
       भव सागर  से  अब,
          पार   तो   लगाइये।। 

भूल चूक माफ करो,
     सखा बन  हाथ धरो,
        जीवन के प्रभु  सारे,
              कष्टों  को  मिटाइये।। 

और ना सहारा देखूँ ,
    जग तोपे  वार फेंकू
       कौन  है हमारा बस,
           मुझ   को   बताइये।।

इन्दू शर्मा
तिनसुकिया आसाम
🌷जय श्री कृष्ण🌷🙏🏻

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