भ्रमर विलसिता छंद
विधान - [मगण भगण नगण+लघु गुरु]
222 211 111 12,
प्रतिचरण 11 वर्ण,
चार चरण, दो दो चरण समतुकांत
तू है मेरी सुखद सहचरी|
आओ खाएँ मधुर मधुकरी||
सोहै तारा मन मृगनयनी|
संन्यासी हूँ प्रखर प्रणयनी||
🌺 साहिल 🌺
जितना भी चाहता हूं, सब मिल ही जाता है, अब दुख किस बात का ॽ
भ्रमर विलसिता छंद
विधान - [मगण भगण नगण+लघु गुरु]
222 211 111 12,
प्रतिचरण 11 वर्ण,
चार चरण, दो दो चरण समतुकांत
तू है मेरी सुखद सहचरी|
आओ खाएँ मधुर मधुकरी||
सोहै तारा मन मृगनयनी|
संन्यासी हूँ प्रखर प्रणयनी||
🌺 साहिल 🌺
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