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🎊 वेगवती छंद(अर्ध सम वर्णिक). 🎊
विधान~ 4 चरण,2-2 चरण समतुकांत।
विषम पाद- सगण सगण सगण गुरु(10वर्ण)
112 112 112 2
सम पाद-भगण भगण भगण गुरु गुरु(11वर्ण)
211 211 211 2 2
सुखदायक गीत सुनाऊँ|
चाहत नेह सदा दिखलाऊँ||
जग जीवन रीत बनाऊँ|
भाव विचार दया उपजाऊँ||
फलदायक कर्म हमारे|
पालनहार शिवा प्रभु प्यारे||
सुखसागर सोम सहारा|
जीवन बंधन पार किनारा||
तन पावन होय गुनकारी|
सावन पूजन है सुखकारी||
शिव हैं भूतनाथ भवहारी|
सेवक मोहक हैं दरबारी||
© डॉ० राहुल शुक्ल 'साहिल'
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