☘ आशा ही जीवन है
(नवगीत शैली)
12 ×11 = 23
आशा ही जीवन है,
उमंग जगाइए।
रास्ते के काँटों को,
मिलकर हटाइए।।
आशा ही जीवन है,
लगन तो लगाइए ।
निष्ठा व सुकर्म से
जीवन सजाइए।
आशा ही जीवन है,
सेहत भी बनाइए,
उद्यम उद्योग से,
साधन भी जुटाइए।
आशा ही जीवन है,
दुख दर्द भगाइए,
निराशा के तम में,
प्रकाश तो जगाइए।
आशा ही जीवन है,
निराशा निकाल दें,
मंजिल की ठान के,
कदम तो बढ़ाइए।
डाॅ• राहुल शुक्ल
साहिल
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