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शिव शंकर

*विधा* - ◆ चौपई छंद ◆

इस छंद को जयकरी अथवा
जयकारी छंद के नाम से भी
जाना जाता है।
विधान~
चार चरण,प्रत्येक चरण में 15 मात्राएँ।
चरणान्त में गुरु लघु (21)

*विधा* - ◆ चौपई छंद ◆

महादेव जप बारम्बार
भोले शंकर कृपा अपार। 
जय भोले है कृपा निधान।
बनाओ वन्दन का विधान।  

कैलाश देव का गुणगान।
करे हम नमन वन्दन मान।
उमापति शिव हरे जग पीर।
पीये हम सब गंगा नीर।  

💐🙏🏻💐🙏🏻💐🙏🏻💐🙏🏻💐

  डाॅ• राहुल शुक्ल साहिल

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