◆दोधक/बन्धु/मधु छंद◆
विधान~
[भगण भगण भगण+गुरु गुरु]
( 211 211 211 22
11वर्ण,,4 चरण
दो-दो चरण समतुकांत]
🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷
मंथन हो जन मंगलकारी।
बंधन हो शिव वंदनकारी।।
चंदन भावन हो शुभकारी।
राहुल जीवन हो भवहारी।।
डाॅ• राहुल शुक्ल साहिल
जितना भी चाहता हूं, सब मिल ही जाता है, अब दुख किस बात का ॽ
◆दोधक/बन्धु/मधु छंद◆
विधान~
[भगण भगण भगण+गुरु गुरु]
( 211 211 211 22
11वर्ण,,4 चरण
दो-दो चरण समतुकांत]
🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷
मंथन हो जन मंगलकारी।
बंधन हो शिव वंदनकारी।।
चंदन भावन हो शुभकारी।
राहुल जीवन हो भवहारी।।
डाॅ• राहुल शुक्ल साहिल
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