🌷💐🌷💐🌷🌷🌷💐💐 देश की सामायिक परिस्थितियाँ कालाधन है थोक में, मिटे देश का रोग, मुद्रा बदली देश में, क्यूँ मचल रहें है लोग, उन्नीस सौ अठत्तर में भी,बन्द हुये थे नोट, निर...
जितना भी चाहता हूं, सब मिल ही जाता है, अब दुख किस बात का ॽ