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Showing posts from November, 2016

देश की सामयिक परिस्थितियाँ

🌷💐🌷💐🌷🌷🌷💐💐          देश की सामायिक परिस्थितियाँ कालाधन है थोक में, मिटे देश का रोग, मुद्रा बदली देश में, क्यूँ मचल रहें है लोग, उन्नीस सौ अठत्तर में भी,बन्द हुये थे नोट, निर...

श्री विष्णु ध्यानम्

🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 🌹💐🌹💐🌹💐🌹💐🌹                 अथध्यानम्  शान्ताकारं भुजगशयनम् पद्मनाभं सुरेशं। विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्णं शुभाग्ङम्।। लक्ष्मीकान्...

सम्मान

          सम्मान  करें हम अपनी माता का सम्मान, करें हम अपने पिता का सम्मान, करें बड़ो का आदर सम्मान, करें हम गुरुजनों का सम्मान।  सीखें हम धरती माता से सम्मान, सीखें हम आकाश पि...

भूख

💐💐💐💐💐💐💐💐💐     🌷🌷🙏 भूख 🙏🏻🌷🌷 बचपन में ही समझ गया था सबसे जरूरी है भूख पेट भरने को सब जतन भूख के लिए ही हम पढ़े, पढ़ाये और कमाये पूरी करें परिवार की भूख भूख से तड़पते गरीब भू...

नारी शोषण

विधा  ◆उड़ियाना छंद     [सम मात्रिक]◆ विधान– [प्रति चरण  22 मात्रायें,  12,10 पर यति?अंत में एक ही गुरु। चार चरण,क्रमागत दो-दो चरण तुकांत।]         समाज की पीर मान मर्दन नारी का,       ...

पथ भ्रमित होती बाल शिक्षा

🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷 पथ भ्रमित होती बाल शिक्षा क्यूँ नहीं होता नया जगत में, शिक्षा क्यूं भरमाये क्यूँ नहीं लगता मन वंदन में, क्यूँ किशोर शरमाये। क्यूँ नहीं मिलती सीख जगत में, क्य...

हमारा अतीत और वर्तमान

🌷 🙏🏻 हमारा अतीत और वर्तमान 🌷🙏🏻 वर्तमान की भागदौड़ ने, भुला दिया गुजरा अतीत, वो आम बगीचा भुला दिया, बचपन का खेल भूल गया, माँ की लोरी भूल गया, स्कूल की डगर भूल गया, उस अतीत को दबा ...

वन्दना

◆दोधक/बन्धु/मधु छंद◆ विधान~ [भगण भगण भगण+गुरु गुरु] ( 211 211 211  22 11वर्ण,,4 चरण दो-दो चरण समतुकांत] 🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷 मंथन हो जन मंगलकारी। बंधन हो शिव वंदनकारी।। चंदन भावन हो शुभकारी। राहुल ज...

आशा ही जीवन है

☘ आशा ही जीवन है         (नवगीत शैली)         12 ×11 = 23 आशा ही जीवन है, उमंग  जगाइए। रास्ते के काँटों को, मिलकर हटाइए ।। आशा ही जीवन है, लगन तो लगाइए । निष्ठा व सुकर्म से जीवन  सजाइए।  आ...

शिक्षा व्यवस्था

           शिक्षा व्यवस्था  शिक्षा, शिक्षक एवं शिक्षा  व्यवस्था समाज निर्माण की मूलभूत आवश्यकता है। ○ शिक्षा के माध्यम से मनुज रूपी जीव व समाज को बदलने व सही दिशा दिखाने ...

सम्मान

         सम्मान करें हम अपनी माता का सम्मान, करें हम अपने पिता का सम्मान, करें बड़ो का आदर सम्मान, करें हम गुरुजनों का सम्मान।  सीखें हम धरती माता से सम्मान, सीखें हम आकाश पित...

स्वागत गीत

🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻           स्वागत गीत  स्वागत वन्दनीया माता का, स्वागत पिता की गाथा का, स्वागत हो आज विनायक जी, स्वागत हो जन्म विधाता का। स्वागत हो अमर शहीदों का, स...

पुष्प/ फूल/ कुसुम/ प्रसून

                   फूल / पुष्प  जवानी अपनी जिन्दगानी अपनी, टूटता हूँ टूट जाता हूँ तोड़ा जाता हूँ, मरता हूँ खपता हूँ समर्पित हो जाता हूँ, सड़ता हूँ गलता हूँ पानी में बह जाता हूँ , ...

माया

💐🌹💐🌹💐🌹💐🌹💐 ◆विद्धुल्लेखा/शेषराज छंद◆ शिल्प:- [मगण मगण(222 222), दो-दो चरण तुकांत,6वर्ण]                  *प्रभु की माया*    देखी तेरी माया    है तेरा ही साया    गाओ राधा नामा    पूरा हो ...

समुद्र मंथन/ मनुज मंथन

🙏🏻🌷🙏🏻🌷🙏🏻🌷🙏🏻🌷🙏🏻        समुद्र मन्थन/ मनुज मन्थन  मनुष्य अपने चमत्कारिक गुणों एवं विचार शक्ति से ही अन्य जीवों से भिन्न विशेष विवेकवान है। मनुष्य के अन्दर अपार मानसि...

शिव शंकर

*विधा* - ◆ चौपई छंद ◆ इस छंद को जयकरी अथवा जयकारी छंद के नाम से भी जाना जाता है। विधान~ चार चरण,प्रत्येक चरण में 15 मात्राएँ। चरणान्त में गुरु लघु (21) *विधा* - ◆ चौपई छंद ◆ महादेव जप बारम...

मनः प्रदूषण

🌷💐🌷💐🌷🌷🌷💐         *प्रदूषण* *विधा* - * बरवै छंद * शिल्प~ [विषम पदों में12 मात्राएँ सम पदों में 7 मात्राएँ] पद अंत गुरु लघु से, कलीयुग में बढ़ रहा , है सं ताप    महादेव ही हरते, है हर पाप। ...

संगम की पुकार

      संगम की पुकार भागदौड़ भरी आपाधापी की जिन्दगी में लोगों के पास अपनी सेहत और अपनों की सेहत को रोगहीन रखना भी बड़ा दुष्कर हो गया है। आये दिन शारिरिक मानसिक रोगों एवं विक...

श्री राम

विधा  – ◆रूपमाला/मदन छंद [सम मात्रिक]◆ विधान–24 मात्रा,/14,10 पर यति, आदि-अंत में वाचिक भार 21, चार चरण,क्रमागत दो-दो चरण तुकांत।             श्री राम काम करो कुछ जन हित, आदर्श श्री राम। ...

यादें

🌷🌷🌷🌷🕉🌷🌷🌷🌷🌷       💐💐 *यादें* 💐💐 यादें ही है जीवन का सहारा, यादे ही है सकल कर्म अधारा, बचपन से अब तक स्मृत बातें, यादें ही है हसीन पल हमारा। सनम की याद में बीते दिन सारा। वफा स...