मौन

          मौन   

मौन तो बस शून्य है,
शान्ति का नवहार है,
द्वन्द्व में प्रति द्वन्द्व में,
मौन एक हथियार है।

मौन में  न बात हो,
वचन की हो साधना,
प्रेम में संघर्ष में हो,
भाव की अराधना।

मौन से साधो करम,
धर्म की हो भावना,
भक्ति पथ विस्तार हो,
सेवा की संभावना। 

  डाॅ• राहुल शुक्ल साहिल

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