Skip to main content

उमंग/ उत्साह/जोश

                🌹  उमंग 🌹

मुश्किलों की राह को आसां बनाती है उमंग,
दो दिलों में प्रेम का दीपक जलाती है उमंग,
छोड़ दो अब निराशा जीने का आनन्द लो,
सुख का सदा अहसास भी दिलाती है उमंग।

हर दिलों में प्यार का अहसास लाती है उमंग,
मन की हलचलों को उड़ान  देती  है उमंग,
रोकता है जमाना प्रेम  के जज्बात  को,
प्रेम के ही भाव से जीवन सजाती है उमंग।

गिरते हुए इन्सान को फिर से उठाती है उमंग,
हर अंधेरी रात को  सुबह बनाती है उमंग,
निष्ठा लगन उत्साह से होगें सदा हम सफल,
सफलता की हर घड़ी सीढ़ी चढ़ाती है उमंग।

  ✍ डाॅ• राहुल शुक्ल साहिल

Comments

  1. उमंग का संधि विच्छेद?

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

वर्णमाला

[18/04 1:52 PM] Rahul Shukla: [20/03 23:13] अंजलि शीलू: स्वर का नवा व अंतिम भेद १. *संवृत्त* - मुँह का कम खुलना। उदाहरण -   इ, ई, उ, ऊ, ऋ २. *अर्ध संवृत*- कम मुँह खुलने पर निकलने वाले स्वर। उदाहरण - ए, ओ ३. *विवृत्त* - मुँह गुफा जैस...

वर्णों के 8 उच्चारण स्थान

कुल उच्चारण स्थान ~ ८ (आठ) हैं ~ १. कण्ठ~ गले पर सामने की ओर उभरा हुआ भाग (मणि)  २. तालु~ जीभ के ठीक ऊपर वाला गहरा भाग ३. मूर्धा~ तालु के ऊपरी भाग से लेकर ऊपर के दाँतों तक ४. दन्त~ ये जानते ही ...

व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द के प्रकार

व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द व्युत्पत्ति का अर्थ है ~ विशेष प्रयास व प्रयोजन द्वारा शब्द को जन्म देना| यह दो प्रकार से होता है~ १. अतर्क के शब्द (जिनकी बनावट व अर्थ धारण का कारण ...