"रायपुर की यादें"


1)
यादों की ऐसी सौगात मिल गयी,
आपसे स्नेह की बरसात मिल गयी।
   
2)
यादों के जिन दौर में अकेले थे हम, 
मिले तुम तो जीने का सहारा मिला,
कभी रुकता समय कभी चलता सफर,
दौर लिखता गया एक गुजारा मिला।  

3)
फासले भी कम होगें,
दूरियां भी कम होगीं,
मोहब्बत में शिद्दत से,
मजबूरियाँ भी कम होगी।
      साहिल
💕💖

4)
हर रोज हम तेरी बात में बहक जाते हैं।
तेरे आने की आहट से ही महक जाते हैं।।
💕

5)
जब कदम  उठते है तेरी ओर जाने के लिए,
ना जाने क्यूँ लोग मोहब्बत से  जल जाते हैं।  
          

           🌺 साहिल 🙏🏻

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