चन्द्रिका छन्द

    🌺चन्द्रिका छंद🌺

विधान-नगण नगण तगण तगण गुरु
(111 111 2   21 221  2)
दो दो चरण समतुकांत, 7, 6 यति।

सुखमय  नयना, रात तारा दिखे|
मधुरिम सजनी,बात प्यारी लिखे||
बरबस  मनवा, मोह  माया चुने|
प्रतिपल हियवा, प्रीत माला गुने||

© डॉ० राहुल शुक्ल 'साहिल'

Comments

Popular posts from this blog

वर्णमाला

वर्णों के 8 उच्चारण स्थान

व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द के प्रकार