👨🏻✈ मद 🧝🏻♂
मद लोभ दम्भ दुर्भाव द्वेष,
अन्याय दुख को दूर करें|
जीवन में कौशल प्रतिभा से,
जन सेवा का आरम्भ करें||
मद झूठ और कुविचारों का,
चुन चुन कर बहिष्कार करो|
मन मन्दिर के हृदयालय में,
प्रभु महिमा का सार भरो||
सुखमय सुर की सरिता सा,
प्रतिपल में उल्लास भरो|
सुख सागर की गहराई सा,
तन - मन में मधुमास भरो||
कर्म धर्म का मर्म समझकर,
सदा चरण के साथ चलो|
धन माया का दर्प व्यर्थ है,
इसे जल्द स्वीकार करो||
© डॉ० राहुल शुक्ल 'साहिल'
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