🌺 चौपई/जयकारी/जयकरी छंद 🌺 विधान~ चार चरण,प्रत्येक चरण में 15 मात्राएँ, अंत में गुरु लघु।दो-दो चरण समतुकांत। जय हो श्री राघव सरकार। त्रिभुवन महिमा अपरम्पार।। मर्या...
जितना भी चाहता हूं, सब मिल ही जाता है, अब दुख किस बात का ॽ