21/07/2016
♡ प्यार का बुखार ♡
अब तो किसी का अच्छा ,
न लगता व्यवहार ,
जब से लगा है ,
प्यार का बुखार ,
धड़कन बढ़ जाती है ,
बढ़ता शरीर का ताप ,
किस मापन से नांपू ,
अपने मन का हाल ,
थर थर कांपती है ,
कुछ कहने से जबान ,
बोलने से होती है ,
आंखें हमारी लाल ,
किस वैद्य को लाऊँ ,
किसको बताऊ हाल ,
नींद नहीं आती है ,
जब से चढ़ा है ,
प्यार का बुखार ,
भूख भूल कर ,
पीता हूँ अब ,
उनकी आँखों का नीर ,
सब कष्टों से मुक्ति मिले ,
वो समझे दिल की पीर ,
दीदार मिलें उनका ही ,
कर सकू मैं इजहार ,
गोली मिलें स्वीकार की ,
तब उतरे प्यार का बुखार।।
- साहिल
♡ प्यार का बुखार ♡
अब तो किसी का अच्छा ,
न लगता व्यवहार ,
जब से लगा है ,
प्यार का बुखार ,
धड़कन बढ़ जाती है ,
बढ़ता शरीर का ताप ,
किस मापन से नांपू ,
अपने मन का हाल ,
थर थर कांपती है ,
कुछ कहने से जबान ,
बोलने से होती है ,
आंखें हमारी लाल ,
किस वैद्य को लाऊँ ,
किसको बताऊ हाल ,
नींद नहीं आती है ,
जब से चढ़ा है ,
प्यार का बुखार ,
भूख भूल कर ,
पीता हूँ अब ,
उनकी आँखों का नीर ,
सब कष्टों से मुक्ति मिले ,
वो समझे दिल की पीर ,
दीदार मिलें उनका ही ,
कर सकू मैं इजहार ,
गोली मिलें स्वीकार की ,
तब उतरे प्यार का बुखार।।
- साहिल
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