भृंग छंद
विधान ~ [{नगण(111)×6}+पताका],
111 111 111 111 111 111 21,
20 वर्ण,यति 12,8 वर्ण पर,4 चरण
दो-दो चरण समतुकांत।
लगन मगन मन मचलत, सकल भुवन चाह|
सुखद सरल तन महकत, दिखत मिलन राह||
फड़कत रदपुट ललछर, कहत परम बात|
सुरमय जप - तप सँवरत, भजत दिवस रात||
© डॉ० राहुल शुक्ल साहिल
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