कहो कुछ बात तो दिलबर,
तुम्हारी याद आती है |
तेरी यादों के ख्वाबों से,
मुझे अब नींद आती है|
ख्वाब़ होगा हकीकत में,
यही उम्मीद रखता हूँ,
सनम आगोश की जिन्दा,
सदा तस्वीर रखता हूँ|
दर्द गहरा जुदाई का,
भरेगा प्रेम से दिलबर,
मिलेगा स्नेह जो तेरा,
मैं खुद को ही बदल लूंगा|
यकिं आता नही है सामने तस्वीर तेरी ही,
मुहब्बत़ की कहानी में तकदीर तेरी ही|
© साहिल
लफ्ज़ आपके हरदम प्रेम की बात तो करते,
दिल की गहराईयों से मिलन फरियाद तो करते|
© साहिल
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