💐 बरवै छन्द 💐
प्रथम एवं तृतीय चरण में १२ -१२ मात्राएँ तथा द्वितीय और चतुर्थ चरण में ७-७ मात्राएँ होती हैं। सम चरणों के अंत में जगण (ISI )होता है।
शरणागत हूँ माता, सुनो पुकार ||
मन मन्दिर के सारे, हरो विकार||
भाव स्नेह ममता से, भरो अगार|
सुंदर सुख साधन से, भरो विचार||
© डॉ० राहुल शुक्ल 'साहिल'
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