भावना

   भावना

भावना जगे तभी,
साधना जगे तभी,
राह में जो शूल हो,
भक्ति पथ मूल हो|

प्रेम भाव साथ हो,
मित्र  का  हाथ हो,
प्रीत की सौगात हो,
सुकून भरी रात हो|

भाव से ही मान है,
नर नारी सम्मान है,
भाव से सत्कार है,
आपसी सहकार है|

  🌹🙏साहिल🙏🌹

Comments

Popular posts from this blog

वर्णमाला

वर्णों के 8 उच्चारण स्थान

व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द के प्रकार