🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊🎊 ♧ रमेश छंद ♧ विधान ~ [ नगण यगण नगण जगण] ( 111 122 111 121 ) 12 वर्ण, 4 चरण दो-दो चरण समतुकांत] *गुरु महिमा* गुरुवर मेरे भगत महान। तन मन बंदौ अविरल मान।। ...
जितना भी चाहता हूं, सब मिल ही जाता है, अब दुख किस बात का ॽ