🙏🏻02 अक्टूबर 2016🙏🏻
जो नेह स्नेह पुजारी है जो मन मन्दिर का वासी है।
जो युग परिवर्तन करता है जो सबके दिल में रहता है।
सत्य अंहिसा का जीवन जिसका कर्म ही गीता है।
जिसका जीवन सरल सुलभ जो दुखों को भी पीता है।
हम बापू उसको कहते हैं वो दिल में सबके जीता है।
हम नमन करें उस बापू को हम नमन करें बहादुर को।
नमन ईश का अभिनन्दन नमन चराचर जगवन्दन।
जन्म मनायें शास्त्री का और जयन्ती बापू की।
सृजन हमारा सुखमय हो सबका ही उसमें वन्दन हो।
प्रेम भाव का चन्दन हो युग परिवर्तन का वन्दन हो।
जो अडिग अटल अनुपम है जो पीर परायी हरता है।
वन्दन है उस बापू को उस राष्ट्र पिता को नमन है।
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साहिल
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