सदैव तत्पर, अतुल्य तेज, ओजस्वी वाणी, अदम्य साहस की मूर्ति, धीरज का पर्याय, अद्भुत ज्ञान, अद्वितीय शिक्षण गुणों का भण्डार, अनुपम उत्तम क्षमता, अविस्मरणीय भाव, समुचित स्नेहिल समभाव, सतत सक्रियता, सभी कार्यों में समय के पाबन्द, विलक्षण प्रतिभा, श्रेष्ठ कौशल, अनुभवी एवं बेहतरीन चारित्रिक नैतिकता के गुणों को सीखाने वाले, समाज के सच्चे व सार्थक पालक- पोषक, निर्माणकर्ता:-- जो बालरूपी अंकुर को पल्लवित पुष्पित करके, सुन्दर उत्कृष्ट, प्रतिभाशाली, अच्छा एवं आचरणवान नागरिक बनाकर समाज को जीवित रखने वाले वट वृक्ष समान शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को जो समाज के बालकों एवं युवाओं के भविष्य निर्माता हैं, उन सभी को शिक्षक दिवस की कोटि-कोटि शुभकामनाएं।
आप यूं ही समाज एवं संस्कृति में सामंजस्य बनाए रखने हेतु कार्यरत रहे। आपका भविष्य उज्जवल हो, आप यशस्वी एवं आयुष्मान हो।
🙏जय हिंद जय भारत 🙏
© डॉ• राहुल शुक्ल साहिल
प्रयागराज उत्तर प्रदेश
🌸🧬👌🙏🌷🌹🇮🇳🍌🍫🥀🍬🍭🌻🍊🎂🇮🇳🇮🇳
Comments
Post a Comment