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आके झटपट लो पुचकार (सरस)

विधा~गीत
विषय~शक्ति

आके झटपट लो पुचकार

तू है जीवन का आधार,
तेरा मुझ पर है अधिकार|
मइया हो जाओ बलिहार,
आके झटपट लो पुचकार||

भक्ति शक्ति के गीत पुनीत|
छंदों  में  गूँजे  संगीत||
मात तिलक से मिलती जीत
कुछ नहिं रहता फिर विपरीत||
माँ ममता में शक्ति अपार|
जब तब देती थप्पड़ मार||
कान पकड़ आ करो सुधार|
आके झटपट लो पुचकार ||

भूल  रहे  हैं  तेरे  मंत्र|
हम सब होते जाते यंत्र||
कैसा आज प्रजा का तन्त्र|
छल बल अपनों का षड़यंत्र||
मइया पकड़े पकड़े द्वार|
नयना तुझको रहे निहार ||
मइया आओ शेर सवार|
आके झटपट लो पुचकार ||

दया त्याग की तू है टेक|
तुझसे विद्या और विवेक||
तू सत्कर्मों का अभिषेक|
मइया तेरे  रूप अनेक||
तू है वैभव का भण्डार|
मिलता तुझसे नेह अपार||
सुन लो मेरी करुण पुकार|
आके झटपट लो पुचकार||

तुझसे राहें सब आसान|
तू ही जाने शिशु विज्ञान ||
तुझसे बचपन आशावान|
जग में तू ही एक महान||
होती तेरी जय जयकार|
वंदन   करता  बारम्बार ||
मातु सरस की सुन मनुहार|
आके झटपट लो पुचकार||

🖊🖊🖊🖊🖊🖊🖊🖊

©दिलीप कुमार पाठक "सरस"

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