🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻 🌹💐🌹💐🌹💐🌹💐🌹 *अथध्यानम्* शान्ताकारं भुजगशयनम् पद्मनाभं सुरेशं। विश्वाधारं गगनसदृशं मेघवर्णं शुभाग्ङम्।। लक्ष्मीकान्तं कम...
जितना भी चाहता हूं, सब मिल ही जाता है, अब दुख किस बात का ॽ