Skip to main content

तुम फिर से आना डॉ• राहुल शुक्ल साहिल

  तुम फिर से आना

मन की बगिया में फूल खिल गया कोई !!
दिल की बाते कहने को मिल गया कोई !!••••••

प्रेम के बंधन हमेशा निभाना,
तुम फिर से आना
तुम फिर से आना|

जीवन की नैया को संग में चलाना
तुम फिर से आना
तुम फिर से आना|

प्रेम के वादों को हरदम निभाना
तुम फिर से आना
तुम फिर से आना|

सपनों की बगिया में महफिल सजाना
तुम फिर से आना
तुम फिर से आना|

मुश्किल में हँसना तुम मुस्कुराना
तुम फिर से आना
तुम फिर से आना|

यादों का दीपक दिल में जलाना,
तुम फिर से आना
तुम फिर से आना|

©️ डॉ• राहुल शुक्ल साहिल

Comments

Popular posts from this blog

वर्णमाला

[18/04 1:52 PM] Rahul Shukla: [20/03 23:13] अंजलि शीलू: स्वर का नवा व अंतिम भेद १. *संवृत्त* - मुँह का कम खुलना। उदाहरण -   इ, ई, उ, ऊ, ऋ २. *अर्ध संवृत*- कम मुँह खुलने पर निकलने वाले स्वर। उदाहरण - ए, ओ ३. *विवृत्त* - मुँह गुफा जैस...

वर्णों के 8 उच्चारण स्थान

कुल उच्चारण स्थान ~ ८ (आठ) हैं ~ १. कण्ठ~ गले पर सामने की ओर उभरा हुआ भाग (मणि)  २. तालु~ जीभ के ठीक ऊपर वाला गहरा भाग ३. मूर्धा~ तालु के ऊपरी भाग से लेकर ऊपर के दाँतों तक ४. दन्त~ ये जानते ही ...

व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द के प्रकार

व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द व्युत्पत्ति का अर्थ है ~ विशेष प्रयास व प्रयोजन द्वारा शब्द को जन्म देना| यह दो प्रकार से होता है~ १. अतर्क के शब्द (जिनकी बनावट व अर्थ धारण का कारण ...