🇮🇳 कारगिल विजय दिवस – श्रद्धांजलि गीत जिनकी कुर्बानी से रोशन, भारतवर्ष हमारा है, नमन करें हम रणवीरों को, जय भारत का नारा है। हर वर्ष जुलाई छब्बीस को हम कारगिल दिवस मनाते हैं, वीर शहीदों की समाधि पर निशिदिन शीश नवाते हैं। जय-भारत, जय-हिंद बोलकर घुसपैठों को भगा दिए, ऊँचे पर्वत लद्दाख पर, भारती तिरंगा लगा दिए।धं भारतवासी नमन कर रहे कारगिल वीर शहीदों को, बस यूं ही जिंदा रखना है देश की प्रति उम्मीदों को। आज कारगिल दिवस याद कर, श्रद्धा सुमन चढ़ायेंगे, हर शहीद की कुर्बानी को यूं ही नहीं भूलायेंगे। ✍️ लेखक:© डॉ. राहुल शुक्ल 'साहिल'
कुछ ही समय का साथ था... कुछ ही समय का साथ था, उनके हाथों में हाथ था, कहने को तो बहुत कुछ था, जो मन में जज़्बात था। नज़रों में एक ख्वाब था, दिल में हल्का सैलाब था, कुछ अनसुनी बातें रहीं, कुछ एहसास लाजवाब था। वक्त ने बदली चाल यूँ, सपनों का टूटा जाल यूँ, राहें जुदा हो भी गईं, पर दिल में बाकी हाल यूँ। यादों में अब भी रोशनी है, बातों में उनकी सादगी है, फासले बढ़े, पर एहसास वही, मोहब्बत में उनकी बंदगी है। © डॉ. राहुल शुक्ल 'साहिल'