वर्तमान समय में आधुनिक चिकित्सा पद्धति (एलौपैथी) के दुष्प्रभाव से सामान्य जन काफी परेशान हैं| नित्य नयी - नयी बिमारियाँ पनप रही है, एण्टीबॉयोटिक का प्रभाव बेअसर हो रहा है| डेंगू बुखार, चिकनगुनिया, बर्ड फ्लू, जापानी दिमागी बुखार (इनसिफेलाइटिस), ब्रेन हेमेरेज, हृदय रोग, ब्लड प्रेशर इत्यादि कितनी ही जानलेवा बिमारियों से लोग मृत्यु को प्राप्त हो रहे हैं, प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र, अस्पतालों और दवाइयों का भण्डार होते हुए भी मनुष्य बीमारी से मर जाए, तो कहीं न कहीं आधुनिक चिकित्सा पद्धति पर प्रश्न चिन्ह लगता है ? सभी लोगों के लिए सोचनीय विषय है कि जिन चिकित्सकों एवं दवाइयों पर हम विश्वास कर रहे हैं वो दवाइयाँ काम नही कर रही| बिमारियों की स्थिति विकट होती जा रही है| लोगों की विभिन्न रोगों से आकस्मिक मृत्यु हो रही है ? जरुरत है केवल स्वास्थ्य जागरूकता कि ! सभी लोगों को स्वास्थ्य जागरूकता एवं बिमारियों से बचने की सामान्य एवं विशेष जानकारी अवश्य होनी चाहिए| सभी चिकित्सकीय पद्धतियों की जानकारी भी आवश्यक है| कौन सी दवा किस बीमारी को कितनी आसानी से ठीक कर सकती है, यह जानना - समझ
जितना भी चाहता हूं, सब मिल ही जाता है, अब दुख किस बात का ॽ